मेरठ। भाई चारा, एकता समानता राष्ट्रीय एकता और देश भक्ति भारतीय समाज का अभिन्न अंग और हमारी साझा संस्कृति का प्रतीक है। भारतीय इतिहास व संस्कृति में इस के अनेक उदाहरण मिलते हैं और इन्ही विशेषताओं से मिलकर भारत महान, विशाल भारत का निर्माण होता है। ये विचार आज अपार चैम्बर निकट जीमखाना मैदान बच्चा पार्क मेरठ नगर की एक प्रेस वार्ता में ऑल इंडिया मिल्ली काँसिल के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना आसमुहम्मद कासमी ने व्यक्त किये, मौलाना कासमी आज 19 सितम्बर 2023 ई0 मंगलवार दोपहर ऑल इंडिया मिल्ली काँसिल उत्तर प्रदेश (पश्चिमी ईकाई ) की ओर से आयोजित भाईचारा कांफ्रेंस को सम्बोधित कर रहे थे।
जिसमें सभी धर्मों के प्रतिनिधि तथा हिन्दु मुस्लिम सिख ईसाई बौध जैन इत्यादि के धमगुरु भी भाग ले रहे थे जो राष्ट्रीय एकता और भाईचारे के महत्व और आवश्यकता पर प्रकाश डालेंगे। जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश जनपदों के प्रतिनिधि भी सम्मिलित रहेंगे। एक प्रश्न के जवाब में मौलाना कासमी ने बताया कि बिना धर्म जाति भेदभाव के सभी भारतीय नागरिक भाई चारे और एकता के धागे से बँधा एक मजबूत समाज है।
विभिन्न दृष्टिकोण आस्था जाति रंग नस्ल भाषा और धर्म से होने पर भी मिले-जुले राष्ट्रीय हित के सम्बन्ध में एकता और गंगा-जमुनी संस्कृति में विश्वास रखते हैं। और यही हमारी अनेकता में एकता और भारतीय समाज की पहचान है। जिसमें भारत के विकास और निर्माण का मूल मंत्र निहित है। उन्होने बताया कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए भारत के नागरिकों में मतभेद डालना चाहते हैं।
ऐसे में सभी मानवताप्रिय देशभक्त नागरिकों की जिम्मेदारी है कि इन षड्यंत्रों के विरुद्ध आगे आकर अपनी सांस्कृतिक धरोहर कि सुरक्षा के लि, भरसक प्रयास करें। 19 सितम्बर को होने वाली कान्फ्रेन्स भी ऐसा ही एक भरपूर प्रयास है। अलग-अलग धर्म और जाति के लोग इस देश में रहते बसते और एक दूसरे के काम आते रहे हैं। एक दूसरे की जाति और धर्म के लोगों का सम्मान हमारे खून में शामिल है। यहाँ नफरत और मतभेद की कोशिश को कभी कामयाब नही होने दिया जा सकता, कारी शफीक ने बताया कि भारतीय नागरिकों का मेल-मिलाप और एकता ही हमारी असली ताकत है। जिससे जंग-ए-आजादी में कामयाबी हासिल की और अंग्रेजों के दाँत खट्टे कर दिये। डॉक्टर जहीर बुलंद शहरी ने कहा आजादी की लड़ाई में महात्मा गाँधी की कामयाबी का राज सबको एक साथ लेकर चलना था। आज भी कोई आन्दोलन इस एकता के बिना अधूरा है। ने कहा भारत के सभी सूफी सन्त महात्मा समाज सेवक सभी धर्मों के गुरुओं की शिक्षा का आधार भाई-चारा है। जिसकी अनेक मिसालें हमारे सामने मौजूद हैं।
उन्होंने कहा कि भाई चारा और एकता आज की नही बल्कि युगों-युगों की जरुरत रही है। जिसके बिना कोई भी मानव समाज ना तो विकास कर सकता है और न ही उन्नति इस प्रेस वार्ता में मौलाना कारी शफीकुर्ररहमान कासमी, अयाज अहमद एडवोकेट, अख्तर हसनैन जैदी, डाक्टर माजिद शुएब एडवोकेट, इत्यादि जिला शहर और प्रदेश मिल्ली काँसिल के सदस्यों और जिम्मेदारों ने शिरकत की।
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