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4 बार ओरल कैंसर झेलने वाले 53 वर्षीय मरीज का मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में किया गया सफल इलाज

4 बार ओरल कैंसर झेलने वाले 53 वर्षीय मरीज का मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में किया गया सफल इलाज


गाजियाबाद। मैक्स हॉस्पिटल वैशाली के डॉक्टरों ने एक ऐसे मरीज का सफल इलाज किया है, जिसे चार बार ओरल कैंसर (मुंह का कैंसर) का सामना करना पड़ा। 53 वर्षीय इस मरीज को हर बार अलग-अलग जगह कैंसर हुआ था।
ये सक्सेस स्टोरी कैंसर के खिलाफ लड़ाई में अवेयरनेस और अर्ली डिटेक्शन के अहम रोल को दर्शाती है। समय पर इलाज, स्किल्ड और व्यापक ट्रीटमेंट और मरीज की इच्छाशक्ति से मरीज की जान बचाई गई और कैंसर को हराया गया। डॉक्टरों की मदद से मरीज स्पष्ट बोलने लगे, ठीक से चबाने और निगलने लगे।
मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल वैशाली में सीनियर डायरेक्टर ऑफ सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (हेड एंड नेक) के डॉक्टर सौरभ कुमार अरोड़ा और डॉक्टर पवन गुप्ता की टीम ने ओरल कैंसर के इस केस की चुनौतियों को मैनेज करते हुए मरीज का सफल इलाज किया।
मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (हेड एंड नेक) के सीनियर डायरेक्टर डॉक्टर सौरभ अरोड़ा ने कहा, मरीज संजीव कुमार अप्रैल 2018 में पहली बार अस्पताल आए थे और तब उनकी राइट बकल म्यूकोसा कार्सिनोमा की सफल सर्जरी की गई। कुछ समय राहत के बाद संजीव कुमार को बाद में चुनौतियों का सामना करना पड़ा। जनवरी 2022 में मुंह के निचले जबड़े और दाहिने तरफ के निचले हिस्से पर दो बार कैंसर हुआ। संजीव कुमार रेगुलर फॉलो अप पर आते रहे, जिसकी मदद से रोग के अर्ली डिटेक्शन और समय पर इलाज किया गया जिससे मरीज के लिए अच्छे रिजल्ट आए। चार बार ओरल कैंसर होने के बावजूद संजीव कुमार की दृढ़ता, सर्जरी के बाद देखभाल और रिहैबिलिटेशन ने मरीज की रिकवरी में अहम योगदान दिया।
मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (हेड एंड नेक) के सीनियर डायरेक्टर डॉक्टर पवन गुप्ता ने हापुड़ की 30 वर्षीय मरीज राजकुमारी के केस की जानकारी देते हुए समय पर इंटरवेंशन की अहम भूमिका को बताया है।

2021 में राजकुमारी को स्टेज-1 के ओरल कैंसर डायग्नोज हुआ था। राजकुमारी ने इसके इलाज के लिए आयुर्वेदिक दवाएं ली और बदकिस्मती से रोग बढ़ता गया और ओरल कैंसर स्टेज-4 में पहुंच गया। इसकी वजह से उनकी सर्जरी करनी पड़ी और फिर कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी की गई। अब राजकुमारी की कंडीशन बेहतर है। डॉक्टर गुप्ता ने राजकुमारी के अनुभव से एविडेंस बेस्ड मेडिकल इंटरवेंशन की अनिवार्यता और मानक इलाज प्रोटोकॉल में देरी या परहेज के संभावित परिणामों को रेखांकित किया।
जागरूकता और अर्ली डिटेक्शन का मरीज के इलाज और अच्छे रिजल्ट में अहम योगदान रहता है। मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल वैशाली में ऑपरेशंस एंड हेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डॉक्टर गौरव अग्रवाल की लीडरशिप में मैक्स हॉस्पिटल रिसर्च, इनोवेशन और कम्यूनिटी इंगेजमेंट के जरिए मरीजों को एडवांस कैंसर केयर देने के लिए कमिटेड है।

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