अलीगढ़ (यूपी) : 70 वर्ष के बिजली विभाग के लाइनमैन पद से रिटायर हुए बुजुर्ग बाबा ने अपने जिस पोते को उंगली पकड़ चलना सिखाया और कंधों पर बैठाकर घुमाया वह बोलना सिखाया और सोचा था कि वह पोता उनके बुढ़ापे की लाठी बनेगा बाबा को क्या पता था वह बुढ़ापे की लाठी ना बनकर उनकी मौत का हत्यारा बनेगा और एक दिन आगे चलकर उनका यहीं पोता चोरी की घटनाओं को अंजाम देने लगेगा जब एक दिन बाबा के यहां चोरी करते हुए पकड़ा गया तो बाबा ने अपने पोते को चोरी के शक में डांट लगा दी बाबा की डांट से गुस्सा होकर अपने ही बाबा की रस्सी से गला दबाकर कर डाली निर्मम हत्या हत्या करने के बाद बाहर से आश्रम का ताला लगा कर चाबी ले गया पोता अपने साथ पुलिस ने हत्यारे पोते को गिरफ्तार करते हुए घटना का किया खुलासा.
दरअसल अलीगढ़ की तहसील अतरौली क्षेत्र के थाना पाली मुकुंदपुर इलाके के तहेरची गांव के बाहर बने आश्रम में पांच अगस्त की रात टेकचंद की उसके ही नाती ने ही गला दबाकर निर्मम हत्या कर दी और हत्या करने के बाद शव को आश्रम के अंदर बंद कर बाहर से लोहे के दरवाजे पर नाती ने ताला लगाकर चाबी अपने पास रखते हुए हत्या कर मौके से फरार हो गया था वही पुलिस कि गिरफ्त मे खड़ा हत्या का आरोपी पोता राहुल कई बार में अपने दादा के पास से पैसे चुराकर ले जा चुका था, आरोपी राहुल के द्वारा दादा के लगभग साडे छह हज़ार रुपये निकालने की घटना पर बाबा ने पुलिस में इस मामले की शिकायत करने की धमकी दी गई तभी पोते राहुल ने पांच अगस्त की रात्रि में अपने दादा की आश्रम के अंदर गला दबाकर हत्या कर दी और उसके बाद बाबा का मोबाइल को लेकर हत्या करने के बाद मौके से फरार हो गया, गांव से फरार चल रहे राहुल के मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया जिसके बाद मृतक बाबा के पोते को छर्रा अतरौली मोड़ से पुलिस ने गिरफ्तार किया, वही इस घटना के बाद यह सामने आ रहा है कि पैसों के लिए रिश्ते कलंकित करने में भी देरी नहीं करते.
आपको बताते चलें कि तहेरची गांव के रहने वाले 70 वर्षीय साधू टेकचंद गांव के बाहर बने एक आश्रम में रहते थे। रोजाना की तरह उनके परिवार के लोग शाम को साधू टेकचंद को खाना देकर आए थे और सुबह जब आश्रम की तरफ घूमने गए तो आश्रम के दरवाजे का बाहर से ताला लगा था गांव के लोगों ने यह समझ कर आश्रम को नहीं देखा कि बाबा कहीं घूमने चले गए होंगे या फिर आस-पास के गांव के किसी मंदिर गए होंगे लेकिन शाम होने तक आश्रम का ताला नहीं खुला तो गांव के लोगों को शक हुई और उन्होंने आश्रम के अंदर झांक कर देखा तो चारपाई पर बाबा का शव पड़ा हुआ था इसे देखकर गांव के लोग आश्रम का ताला तोड़कर अंदर पहुंचे जिससे पता चला कि बाबा की किसी ने गला दबाकर हत्या कर दी है साथ ही उनके सिर पर भी चोट के निशान बने थे। घटना की जानकारी क्षेत्रीय लोगों द्वारा इलाकाई पुलिस को दी गई सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था। और ग्रामीणों की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी.
हत्या के आरोपी को पकड़ घटना का खुलासा करते हुए ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा ने बताया कि थाना पाली मुकीमपुर क्षेत्र के गांव में पांच अगस्त की रात एक बिजली विभाग से रिटायर 70 वर्षीय बुजुर्ग लाइनमैन की हत्या कर दी गई थी जिसमें हत्या का मुकदमा दर्ज कर जब विवेचना की गई तो थानाध्यक्ष पाली मुकीमपुर के द्वारा सराहनीय कार्य करते हुए गांव से फरार युवक को पुलिस द्वारा छर्रा अतरौली मोड से पकड़ा गया पकड़े गए युवक से जब पुलिस ने पूछताछ की तो पकड़े गए युवक में बाबा की हत्या का जुर्म कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि उसके बाबा पकड़े गए युवक पर बार- बार चोरी का इल्जाम लगाते थे वहीं बाबा ने चार पांच दिन पहले भी युवक के ऊपर लगभग साडे छः हजार रुपए चोरी कर निकालने का इल्जाम लगाया था.
पांच अगस्त की रात आश्रम के अंदर जब अपने बाबा के पास पहुंचा तो नाती से कहा तू छोटा है चोरी करता है मैं तेरे खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज करा दूंगा उसी दौरान बाबा की बातों से नाराज गुस्सा होकर नाती ने गला दबाकर मारने की कोशिश की और जब बाबा गला दबाकर ना मरे तो उसके बाद युवक ने रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी हत्या करने के बाद बाबा के कपड़ों से खून के हाथ पूछता हुआ आश्रम का बाहर से ताला लगाकर हत्या करने के बाद मौके से फरार हो गया था पुलिस ने हत्या करने के आरोप में पकड़े गए युवक के पास से आश्रम पर गेट में लगे ताले की चाबी हत्या में उपयोग किया मोबाइल के साथ रस्सी को पुलिस ने बरामद किया वही आज से करीब पंद्रह वर्ष पूर्व रिटायर हुए लाइनमैन गांव के बाहर अपना एक अलग आशियाना बना पूजा पाठ कर आश्रम में रहते थे.
ब्यूरो रिपोर्ट, अलीगढ़