कानपुर (यूपी) : यूपी के कानपुर से पिछले दो महीने से गुमशुदा युवती शालिनी यादव ने एक वीडियो जारी किया है, इस बीच शालिनी का परिवार लगातार उसकी तलाश करता रहा और अंत में उसके पिता ने कानपुर पुलिस में उसका अपहरण होने की एफ़आईआर दर्ज करवा दी, शालिनी ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि उसने अपनी मर्जी से मोहम्मद फ़ैसल नाम के मुसलिम युवक से शादी की है, वीडियो में शालिनी कहती है, ‘मैं अपने घर से 29 जून को एग्जाम का बहाना करके लखनऊ के लिए निकली थी, लेकिन मैं अपने दोस्त मोहम्मद फ़ैसल के साथ ग़ाज़ियाबाद आ गई और 2 जुलाई को फ़ैसल के साथ निकाह के बाद कोर्ट मैरिज कर ली, यह मैंने बिना किसी दबाव के किया और अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन किया है.’
शालिनी कहती है कि वह फ़ैसल को 6 साल से जानती है, वीडियो में फ़ैसल भी शालिनी के साथ दिखता है, शालिनी कहती है कि उसकी उम्र 22 साल है, शालिनी कहती है, ‘जैसे ही मेरे घर वालों को इस शादी का पता चला तो मेरे भाई विकास यादव का फ़ोन आया और उन्होंने मुझसे कहा कि तुम ये सोच रही हो कि तुम बच जाओगी, तुम्हें वापस आना पड़ेगा, इसके बाद मैंने फ़ोन काट दिया,’ शालिनी कहती है, ‘इस बीच मेरी अपनी मम्मी, भाई और भाभी से बात होती रही और वे मुझे आने के लिए कहते रहे, लेकिन मैंने उनसे कहा कि मैं अपनी मर्जी से आई थी और मैं वापस नहीं आ सकती, मेरे पापा ने भी फ़ैसल से बातें की,’जैसे ही शालिनी का यह वीडियो वायरल हुआ, ट्विटर पर बीजेपी से जुड़े लोगों ने इसे ट्वीट करना शुरू कर दिया, उन्होंने इसे तुरंत लव जेहाद से जोड़ दिया और इसके बाद उनसे जुड़े तमाम लोगों ने भी इस वीडियो को लव जेहाद लिखकर आगे बढ़ाना शुरू कर दिया.
पुलिस ने कहा है कि इस मामले में कानपुर के थाना किदवई नगर में शालिनी के परिजनों की ओर से मुक़दमा दर्ज कराया गया है, शालिनी के परिजनों का आरोप है कि कुछ लोगों ने शालिनी का अपहरण कर लिया है, पुलिस ने कहा है कि वह शालिनी के वीडियो की जांच करा रही है, शालिनी यादव ने खुलकर कहा है कि उसने धर्म परिवर्तन अपनी मर्जी से किया है और निकाह और कोर्ट मैरिज के लिए उस पर किसी ने भी दबाव नहीं बनाया, लेकिन सोशल मीडिया पर इसे बहुत बड़ा मुद्दा बनाया जा चुका है, लव जेहाद को लेकर दक्षिणपंथी संगठन लंबे समय से हंगामा करते रहे हैं, उनके मुताबिक़, लव जेहाद के तहत मुसलिम युवकों द्वारा हिंदू लड़कियों को प्रेम के जाल में फंसाकर उनसे शादी की जाती है और फिर उन्हें धर्म परिवर्तन करने पर मजबूर किया जाता है.
एक तरफ लव जेहाद का शोर है तो दूसरी ओर अलीगढ़ में बीजेपी की पूर्व मेयर शकुंतला भारती पर एक मुसलिम लड़की का धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा है, एक स्थानीय मुसलिम महिला का कहना है कि भारती ने उसकी बहन का धर्म परिवर्तन कराकर उसकी हिंदू लड़के से शादी करा दी है, लेकिन भारती ने इन आरोपों को ग़लत बताया है, इस मामले में मुसलिम लड़की ने अपने बयान में कहा है कि वह बालिग है और उसने अपनी मर्जी से हिंदू लड़के से शादी की है, केरल में युवक-युवतियों के घर से भाग जाने के कई संदिग्ध मामलों की जांच केरल की जांच एजेंसियों ने की थी और तब इन्हें ‘लव जेहाद’ का नाम दिया गया था, इनमें से 2018 का हदिया नाम की लड़की का मामला काफ़ी चर्चित हुआ था, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को दख़ल देना पड़ा था, कोर्ट ने कहा था कि 25 साल की हदिया अपने पति के साथ रहने के लिए स्वतंत्र है.
सोशल मीडिया पर भले ही लव जेहाद का शोर मचाया जा रहा हो लेकिन केंद्र सरकार ने इस साल फ़रवरी में संसद में कहा था कि केरल में इस तरह का कोई भी मामला केंद्रीय एजेंसियों की जानकारी में नहीं आया है, देश में कई अदालतें जिनमें केरल हाई कोर्ट भी शामिल है उन्होंने भी इस तथ्य की पुष्टि की है, सरकार ने यह भी कहा था कि वर्तमान क़ानूनों के तहत लव जेहाद की कोई परिभाषा नहीं है, अब सवाल यह है कि जब सरकार ख़ुद ही संसद में कह चुकी है कि लव जेहाद को वर्तमान क़ानूनों के तहत परिभाषित नहीं किया जा सकता तो क्या दक्षिणपंथी संगठन इस मुद्दे को छोड़ेंगे या फिर किसी भी मामले में बिना कुछ सोचे-समझे, जाने-बूझे ही उतर पड़ेंगे और उसे लव जेहाद का नाम देकर अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे, अगर कोई जांच, किसी तरह की कार्रवाई होनी है तो उसके लिए क़ानून, अदालत और पुलिस है, शालिनी के परिजनों ने मुक़दमा दर्ज कराया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है, जो कुछ पुलिस द्वारा शालिनी और फ़ैसल से पूछताछ में निकलकर सामने आएगा, उससे सब साफ हो जाएगा, लेकिन बेवजह बीच में कूद पड़ने वाले इन लोगों से यही दरख़्वास्त है कि वे पुलिस और अदालतों को उनका काम करने दें.
रिपोर्ट सोर्स, पीटीआई
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