लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हुनर हाट’ से एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) को जोड़ने के कार्य से परम्परागत उद्योग और इससे जुड़े दस्तकारों और शिल्पकारों को देश दुनिया में अलग पहचान मिली है। केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की मौजूदगी में योगी ने शनिवार को यहां अवध शिल्प ग्राम में 24वें हुनर हाट का औपचारिक उद्घाटन किया।
उन्होने कहा कि इस बार का हुनर हाट इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें ओडीओपी को भी जोड़ने का कार्य किया गया है जो परम्परागत उद्योग और इससे जुड़े उद्यमियों को प्रोत्साहित कर रहा है। देश भर के शिल्पकार, दस्तकार, कारीगर यहां अपने हुनर का लोहा मनवाने के लिये एकत्र हुये है जो आत्मनिर्भर भारत अभियान की मजबूत कड़ी के तौर पर काम करेगा। आज दुनिया में कहीं भी अगर प्रदर्शनी लगती है तो हुनर हाट से जुड़े बड़ी संख्या में कारीगर वहां प्रतिभाग करने जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ की चिकनकारी,भदोही की कालीन,वाराणसी का सिल्क,गोरखपुर का टेराकोटा, फिरोजाबाद का ग्लास उद्योग,मुरादाबाद का पीतल उद्योग,आगरा-कानपुर की चर्म उद्योग ने देश दुनिया में विशिष्ट पहचान बनाई है। इनके कारीगरों को भी पहचान मिलनी चाहिए। योगी ने कहा कि स्वाधीनता आंदोलन के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर वह देश के कोने-कोने से आए शिल्पकार, दस्तकार, कारीगरों का अभिनंदन करते है।
आज से शुरू हुआ 24वां ‘हुनर हाट’ देश के दस्तकारों,शिल्पकारों और कारीगरों को न सिर्फ मौका और बाजार उपलब्ध करायेगा बल्कि एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना को नयी दिशा देगा। वोकल फॉर लोकल थीम के साथ अवध शिल्पग्राम में चार फरवरी तक चलने वाले हुनर हाट का औपचारिक उद्घाटन आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया।
हुनर हाट में आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, ओड़िशा, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल समेत 31 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से लगभग 500 हुनर के उस्ताद शामिल हो रहे हैं।
लखनऊ के हुनर हाट में देश के दस्तकार,शिल्पकार, अजरख, ऍप्लिक, आर्ट मेटल वेयर, बाघ प्रिंट, बाटिक, बनारसी साड़ी, बंधेज, बस्तर की जड़ी-बूटियां, ब्लैक पॉटरी, ब्लॉक प्रिंट, बेंत-बांस के उत्पाद, चिकनकारी, कॉपर बेल, ड्राई फ्लावर्स, खादी के उत्पाद, कोटा सिल्क, लाख की चूड़ियाँ, लेदर, पश्मीना शाल, रामपुरी वायलिन, लकड़ी-आयरन के खिलौने, कांथा एम्ब्रोइडरी, ब्रास-पीतल के प्रोडक्ट, क्रिस्टल ग्लास आइटम, चन्दन की कलाकृतियां आदि के स्वदेशी हस्तनिर्मित शानदार उत्पाद प्रदर्शन एवं बिक्री के लिए ले कर आये हैं।
हुनर हाट में आने वाले लोग देश के पारंम्परिक लजीज़ पकवानों का लुत्फ़ भी उठाएंगे, वहीं देश के जाने-माने कलाकारों द्वारा हर दिन प्रस्तुत किये जाने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र होंगे। हुनर हाट में हर शाम जाने-माने कलाकारों के गीत-संगीत के कार्यक्रम होंगे। इन कार्यक्रमों में 30 जनवरी को कैलाश खेर,28 जनवरी को विनोद राठौर,31 जनवरी को शिबानी कश्यप के अलावा भूपेंद्र भुप्पी,मिर्ज़ा सिस्टर्स,प्रेम भाटिया,रेखा राज, हमसर हयात ग्रुप और मुकेश पांचोली प्रस्तुति देंगे।