Header advertisement

दिल्ली पुलिस ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे आप के कार्यकर्ताओं और विधायक जरनैल सिंह को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली : आप की छात्र इकाई सीवाईएसएस एवं यूथ विंग ने मोदी सरकार द्वारा पारित कृषि बिलों के खिलाफ धरनारत किसानों के समर्थन में आज कनॉट प्लेस में ह्यूमन चेन बनाकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया.

कृषि बिल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे देशभर के किसानों के समर्थन में सीवाईएसएस एवं यूथ विंग ने प्रदर्शन किया, ह्यूमन चेन के माध्यम से मोदी में बैठी BJP सरकार से किसान विरोधी बिलों को वापस लेने की अपील की है.

इस दौरान आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रभारी एवं विधायक जरनैल सिंह भी मौजूद रहे.

छात्र इकाई सीवाईएसएस एवं यूथ विंग के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मंगलवार दोपहर 12:00 बजे फार्मर बिल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में ह्यूमन चेन बनाकर अपना विरोध दर्ज कराया, तमाम कार्यकर्ताओं ने हाथों में बैनर लेकर.

शांतिपूर्वक तरीके से मोदी सरकार के कानों तक अपनी आवाज पहुंचाने का प्रयास किया, प्रदर्शन में पंजाब प्रभारी जरनैल सिंह भी मौजूद रहे, आप का मानना है कि किसानों के संबंध में मोदी सरकार ने जो तीन बिल पास किए हैं, यह पूरी तरह से किसान विरोधी बिल हैं.

आप इन बिलों का विरोध करती है, देश भर से आकर दिल्ली की सीमा पर जो किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, आप उन किसानों की मांगों का समर्थन करती है, इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के पीछे का मकसद, मोदी सरकार से, किसानों की बात सुनने की अपील करना है.

BJP की दिल्ली पुलिस ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे आप के तमाम कार्यकर्ताओं को और जरनैल सिंह को गिरफ्तार कर लिया.

गिरफ्तारी के समय मीडिया को बयान देते हुए जरनैल सिंह ने कहा कि लाखों की संख्या में आज देश भर से किसान अपने परिवारों के साथ दिल्ली के बॉर्डर पर पिछले कई दिनों से बैठे हुए हैं.

लेकिन देश के PM मोदी के पास इतनी भी फुर्सत नहीं है कि 2 मिनट के लिए इन किसानों की बात सुन सकें, उन्होंने कहा कि देश के गृह मंत्री अमित शाह जी 1200 किलोमीटर दूर जाकर हैदराबाद में चुनाव के लिए प्रचार तो कर सकते हैं.

परंतु उनके घर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर बैठे किसानों से मिलने के लिए उनके पास समय नहीं है, उन्होंने कहा कि मोदी में बैठी भाजपा सरकार, PM मोदी और अमित शाह को इस बात का एहसास दिलाने के लिए प्रदर्शन किया है कि चुनाव प्रचार नहीं, बल्कि किसानों से बातचीत करना, उनकी समस्याओं का समाधान करना ज्यादा जरूरी है.

No Comments:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *