नई दिल्ली : नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कोविड-19 के चलते फ्लाइट सेवाओं पर रोक लगाने की सरकार की कोई मंशा नहीं है.
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच सरकार की फ्लाइट सेवाओं पर रोक लगाने का कोई विचार नहीं है, हालांकि 1 अप्रैल से सभी सेवाओं को दोबारा शुरू करने की योजना को बढ़ते मामलों के चलते स्थगित कर दिया गया है.
बता दें पिछले साल शुरू हुए कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लगाए गए लॉकडाउन के कारण फ्लाइट सेवाओं पर मार्च 2020 से 25 मई 2020 तक रोक लगा दी गई थी, पुरी ने कहा कि आगे की सेवाओं को हम फिर से शुरू कर रहे हैं.
हमारा मकसद था कि 100 फीसदी सेवाओं को 1 अप्रैल से शुरू कर दिया जाए क्योंकि पहले से ही वर्तमान में 80 फीसदी फ्लाइट्स उड़ान भर रही हैं, लेकिन अब कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण हम 100 फीसदी सेवाओं को अभी शुरू नहीं कर सकते.
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि दूसरी लहर के संक्रमणों का पता लगाने के लिए एयरपोर्ट प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वह ऐसे सभी यात्रियों को ब्लैकलिस्ट करें जो कोविड उपयुक्त व्यवहार नहीं कर रहे हैं.
हरदीप सिंह पुरी ने कहा मैंने एयरपोर्ट संचालकों और एयरलाइंस से कहा है कि जो यात्री मास्क नहीं करते या फिर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करते उन्हें नो फ्लायर्स लिस्ट में डाल दिया जाए,
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि इसकी प्रक्रिया मई के अंत तक पूरी हो जाएगी, पुरी ने एएनआई को बताया कि सोमवार को हुई एक बैठक में, यह निर्णय लिया गया कि सरकार 64 दिनों के भीतर वित्तीय बोलियों को बंद कर देगी.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए कई बोलियां लगाई गई थीं और कुछ को शॉर्टलिस्ट भी कर लिया गया है.
हरदीप सिंह पुरी कहा कि पवन हंस विनिवेश जैसे अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भी प्रक्रिया में हैं, उन्होंने कहा एयरलाइन अभी भी 60 हजार करोड़ के कर्ज में डूबी है और इसे बेचा जाना आवश्यक है.