गिरीश मालवीय
सांसद मोहन डेलकर के पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट आ गयी है इस रिपोर्ट में मौत की वजह गले में सांस का अवरूद्ध होना बताया गया है। हालांकि फॉरेंसिक रिपोर्ट आने पर ही मौत के सही कारण का पता लग पाएगा। जो 6 पन्नों का सुसाइड नोट मिला है उसमें पुलिस के मुताबिक 40 लोगों के नाम दर्ज हैं।फिलहाल पुलिस ने उन नामों को नहीं बताया है क्योंकि नाम के बारे में तहकीकात करने से पहले पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सांसद मोहन डेलकर ने जो सुसाइड नोट गुजराती में लिखा है वो उन्हीं की हैंडराइटिंग है या किसी और की? यह जांच फोरेंसिक डिपार्टमेंट कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार दादरा नगर हवेली के कई अधिकारी , अलग राजनैतिक दल के नेताओं का भी नाम इस सुसाइड नोट में लिया गया है। मामला गंभीर होने के कारण मोहन डेलकर के पत्र में लिखे तथ्यों के बारे में मुंबई पुलिस, स्थानीय प्रशासन से जानकारी लेने की कोशिश कर रही है। पिछले दिनों मोहन डेलकर के समर्थको और कार्यकर्ताओ को कई तरह के मामलो में फंसाया गया है
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार रविवार की रात मोहन डेलकर ने दक्षिण मुंबई के मरीन ड्राइव स्थित सी ग्रीन होटल में चेक इन किया। उनके ड्राइवर ने दूसरे दिन सुबह 11।30 बजे उनके होटल के कमरे का दरवाजा खटखटाया। लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। ड्राइवर ने घबरा कर होटल के स्टाफ को बुलाया। होटल स्टाफ ने मास्टर चाबी से दरवाजा खोलने की कोशिश की। लेकिन वो ऐसा करने में कामयाब नहीं हो सका क्योंकि दरवाजा अंदर से डबल लॉक किया हुआ था।
इसके बाद सांसद का ड्राइवर होटल के अपने कमरे में गया। ड्राइवर के साथ सांसद का बॉडीगार्ड और होटल के स्टाफ थे। ड्राइवर ने अपने कमरे की बालकनी से सांसद के कमरे की बालकनी पर छलांग लगाई। इन दोनों बालकनियों के बीच 5 फीट की दूरी है। सांसद के कमरे की बालकनी से ड्राइवर खिड़की के रास्ते कमरे के अंदर दाखिल हुआ। कमरे में मोहन डेलकर पंखे से लटके हुए पाए गए। ड्राइवर ने तुरंत कमरे का दरवाजा खोला और सांसद के बॉडीगार्ड और होटल स्टाफ को अंदर बुलाया। होटल स्टाफ ने तुरंत मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन को इसकी सूचना दी। यह घटना सोमवार दोपहर 2 बजे की है। अब यह कहा जा रहा है कि पुलिस सारी जानकारियां एकत्र करने के बाद विस्तृत रिपोर्ट बना कर इसे पार्लियामेंट को भेजेगी।