नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने ‘महिला विरोधी’ अपमान जनक ट्वीट करने पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा को तत्काल हटाने के लिए केंद्र सरकार से मांग की है। ‘आप’ विधायक आतिशी ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने अपने ट्वीटर हैंडल से महिला विरोधी कई घटिया, अश्लील, भद्दे और अपमान जनक ट्वीट किए हैं। अगर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ही ‘महिला विरोधी’ अपमान जनक भाषा का इस्तेमाल करती हैं, तो कैसे कोई महिला उनकी संस्था से न्याय की उम्मीद कर सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा का ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ कोई नारा नहीं था, बल्कि भाजपा नेताओं से लड़कियों को बचाने के लिए देश को चेतावनी थी।
आम आदमी पार्टी की विधायक और वरिष्ठ नेता आतिशी ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की। आतिशी ने कहा कि हमारे देश में लड़कियों पर जन्म लेने से पहले ही अत्याचार शुरू हो जाता है और यह हमारे देश की सच्चाई है। बेटियों को जन्म लेने से पहले ही मार दिया जाता है, छोटी-छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार किया जाता है। जब कोई लड़की या महिला अपने घर से बाहर निकलती है, तो उसे अश्लील बातों का सामना करना पड़ता है। जब यह महिलाएं बसों में सफर करती हैं, तो उन पर भद्दे-भद्दे कमेंट किए जाते हैं, उनको गलत तरीके से छूने की कोशिश की जाती है, उन्हें परेशान किया जाता है। देश भर में रोजाना बलात्कार के मामले सामने आते हैं।
आप विधायक आतिशी ने आगे कहा कि जब किसी महिला के साथ अत्याचार होता है, उसका शोषण किया जाता है, तो वो सबसे पहले पुलिस के पास जाती है। लेकिन हमने यूपी के हाथरस वाले केस में देख लिया कि जब पीड़िता पुलिस के पास जाती है, तो क्या होता है? पुलिस एफआईआर तक दर्ज नहीं करती है। हमने अलग-अलग मामलों में देख लिया है कि जब कोई महिला शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस के पास जाती है, तो उसके साथ कितनी अभद्रता की जाती है? पुलिस कितने गंदे तरीके से पीड़िता से बात करती है? हमने यह भी देख लिया कि ‘महिलाओं के खिलाफ अपराध’ की धाराओं के तहत केस दर्ज नहीं किया जाता है।
उन्होंने आगे कहा, क्या अब यह पीड़ित लड़कियां अपना दर्द बयां करने और इंसाफ की गुहार लगाने के लिए नेताओं के पास जाएंगी? भाजपा के नेताओं ने बता दिया कि ‘बेटी बचाओ’ कोई नारा नहीं था, यह देश के लोगों के लिए एक चेतावनी थी कि अपनी बेटियों को नेताओं से बचाओ। महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर अगर भाजपा के नेताओं की सूची निकाली जाए, तो यह काफी लंबी है। इस सूची में भाजपा के कई बड़े नेताओं के नाम शामिल हैं। कुलदीप सिंह सेंगर हों या स्वामी चिनम्यानंद, भाजपा के कई नेताओं पर महिलाओं के साथ शोषण और बलात्कार के आरोप हैं। जब किसी व्यक्ति पर बलात्कार का आरोप लगता है तो यही भाजपा के नेता उसे बचाने के लिए सामने आ जाते हैं।
आप नेता आतिशी ने कहा कि जब कठुआ में आठ साल की मासूम बच्ची के साथ बलात्कार हुआ, तो आरोपियों को बचाने के लिए भाजपा के नेता सामने आ गए। ऐसे में जब कहीं से भी महिलाओं को मदद और न्याय नहीं मिल पाता है, तो उनकी बची हुई आखिरी उम्मीद महिला आयोग होता है। उनको उम्मीद होती है कि महिला आयोग ही एक ऐसी संस्था है, जो उनके हक और न्याय के लिए खड़ी होगी, लेकिन जब देश की महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा अपने ट्वीटर हैंडल से घटिया, अश्लील, भद्दे, और महिला विरोधी ट्वीट करती हैं, तो फिर लोगों को इस महिला आयोग संस्था से क्या उम्मीद रह जाती है।
उन्होंने कहा कि रेखा शर्मा जो महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उन्होंने कल कई विवादित ट्वीट किए। उनके ट्वीट इतने घटिया, भद्दे और अश्लील हैं कि उनको देखने और पढ़ने का भी मन न करे। आज मैं इन ट्वीट को सामने रखते हुए कहना चाहती हूं कि महिलाओं की हक की लड़ाई के लिए काम करने वाली इस आखिरी संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष की महिलाओं के लिए कितनी गलत मानसिकता है। उन्होंने रेखा शर्मा के हालिया और पिछले कई सालों के ट्वीट दिखाते हुए कहा कि जब कल यह ट्वीट सामने आए तो उन्होंने विवादित सभी ट्वीट्स को डिलीट कर दिया। उन्होंने अपने अकाउंट पर प्राइवेसी लगा दी। रेखा शर्मा के अश्लील, घटिया और भद्दी मानसिकता वाले ट्वीट सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार से मांग करती है कि उनको तत्काल प्रभाव से महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटाया जाए।
आतिशी ने कहा, जो महिला इतने भद्दे ट्वीट कर सकती है, इतनी अश्लील बातें कर सकती हैं, तो वो कैसे महिलाओं को दरिंदों से बचाएगी और उनको न्याय दिलाएगी। वो आरोपियों के खिलाफ क्या एक्शन ले पाएंगी? जो पुलिस अधिकारी एफआईआर दर्ज नहीं करते हैं, उनके खिलाफ वो क्या कार्रवाई कर पाएंगी? जब लड़कियों को घर से बाहर निकलते हुए अश्लील कमेंट का सामना करना पड़ता हो, तो ऐसे आरोपियों पर वो क्या कार्रवाई कर पाएंगी? वो बलात्कारियों के खिलाफ क्या एक्शन ले पाएंगी? वो महिला कैसे इस संस्था की अध्यक्ष हो सकती है, जो खुद महिला विरोधी मानसिकता रखती हो? हमारी केंद्र सरकार से मांग है कि रेखा शर्मा को तुरंत राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष के पद से हटाया जाए।
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