नयी दिल्लीः कांग्रेस ने कहा है कि सरकार किसानों के धैर्य की परीक्षा ले रही है लेकिन उसे सोचना चाहिए कि यह समय परीक्षा लेने का नहीं बल्कि किसानों की समस्या का समाधान कर सबको साथ लेकर चलने का है। कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार किसानों के मुद्दे पर हठधर्मिता अपना रही है तथा किसानों की बात सुनने की बजाय अपनी बात पर अड़ गयी है और उसे मनवाने के लिए किसानों को बांटने की नीति पर काम रही है।
उन्होंने कहा कि किसानों को बांटने की बजाय सरकार को संयमपूर्वक उनकी बात सुननी चाहिए और उनके धैर्य को चुनौती नहीं देनी चाहिए। उनका कहना था कि यह समय धैर्य की परीक्षा लेने का नहीं बल्कि सबको साथ लेकर के चलने और किसानों के आंदोलन को समाप्त करने के लिए कदम उठाने का है। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को खुले मन से किसानों की बात सुननी चाहिए और उनकी मांगों को ध्यान से सुन कर समाधान करना चाहिए। उसे अड़ियल रुख छोड़कर तीनों कानून वापस लेकर किसानों की बात मान लेनी चाहिए।
कांग्रेस के भारत बंद का समर्थन करने संबंधी एक सवाल पर उन्होंने स्वीकार किया कि बंद से देश के आम लोगों को दिक्कत होगी लेकिन सभी को किसानों की समस्या को समझना चाहिए और अन्नदाता का सहयोग कर भारत बंद का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से राष्ट्रीय सुरक्षा को भाड़े के सैनिकों के हवाले नहीं किया जा सकता उसी तरह से देश की खाद्य सुरक्षा को भाड़े के किसानों के भरोसे नहीं रखा जा सकता है, इसलिए किसानों के हितों पर सरकार को ध्यान देना चाहिए।
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