नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक और वरिष्ठ नेता नितिन त्यागी ने आज एमसीडी कर्मचारियों को सैलरी का भुगतान नहीं कर पाने के लिए एमसीडी की सत्ता में बैठी भाजपा को जिम्मेदार बताया। दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा और भाजपा शासित एमसीडी ने पिछले 14 सालों में दिल्ली को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा का मानना है कि उनकी अक्षमता के लिए ‘आप’ सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए, तो उसे दिल्ली सरकार को एमसीडी सौंप देनी चाहिए। भाजपा को एमसीडी की सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है, क्योंकि पिछले कई महीनों से अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देने में असमर्थ हैं। दुर्गेश पाठक ने कहा कि एमसीडी का बजट 18,000 करोड़ रुपए से अधिक का है, लेकिन इस पैसे का इस्तेमाल भ्रष्टाचार करने में किया जाता है। दिल्ली के लोगों ने आगामी चुनाव में एमसीडी की सत्ता से भाजपा को बाहर करने का फैसला कर लिया है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने भाजपा शासित एमसीडी के खिलाफ गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की। दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली में पिछले 14 सालों से भाजपा एमसीडी चला रही है। 14 सालों से दिल्ली की जनता ने भाजपा को एमसीडी की जिम्मेदारी दे रखी है। एमसीडी की मुख्य जिम्मेदारी दिल्ली की हर गली, मुहल्ले, चैराहों और सड़कों की सफाई करना है। कुछ अस्पतालों को चलाने के अलावा अन्य और कई अहम जिम्मेदारियों एमसीडी की हैं।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले 14 सालों से भाजना ने दिल्ली का बेड़ा गर्क कर रखा है। जो भी एमसीडी के मुख्य काम हैं, उनमें भाजपा पूरी तरह फिसड्डी और विफल रही है। इनके सारे चुनावी वादे झूठे निकले। 14 सालों में कई मेयर आए और गए, हजारों करोड़ रुपये बजट के इन्होंने खर्च कर दिए, लेकिन भाजपा शासित एमसीडी एक भी ढंग का काम नहीं गिना सकती, जो इन्होंने पिछले 14 सालों में किया हो। दिल्ली की जनता ने भाजपा को सफाई की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन दिल्ली की एक भी गली और चैराहा आपको साफ नजर नहीं आएगा। स्वच्छ सर्वे में भी दिल्ली फिसड्डी साबित हुई और नीचे से टॉप किया।
दुर्गेश पाठक ने कहा कि पीएम मोदी की स्वच्छ सर्वे करने वाली संस्था मानती है कि भाजपा ने दिल्ली को गंदा कर रखा है। इनसे जब कहा जाता है कि साफ-सफाई करो तो यह दिल्ली के अंदर कूड़े के पहाड़ खड़े कर देते हैं। आज दिल्ली के अंदर तीन बहुत बड़े कूड़े के पहाड़ खड़े हैं, जो यहां के लिए कलंक हैं। भाजपा के नेताओं ने एमसीडी को इतने बुरे तरीके से लूटा है कि आज यह अपने कर्मचारियों को लगभग छह महीनों से वेतन नहीं दे पा रहे हैं। शिक्षक, डॉक्टर, इंजीनियर समेत निचले स्तर के कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों तक को वेतन नहीं मिल पा रहा है। भाजपा ने एमसीडी का बुरा हाल कर रखा है।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है और विदेशों से लोग यहां आते हैं। आज जब वो लोग दिल्ली को देखते हैं तो शर्म के मारे सर झुक जाता है। इन्होंने दिल्ली का बेड़ा गर्क कर रखा है, दिल्ली को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। अब इनको गद्दी पर बने रहने का कोई हक नहीं बनता। हिंदू राव, कस्तूरबा गांधी और राजेन्द्र बाबू अस्पताल के डॉक्टर एमसीडी के खिलाफ सड़कों पर हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जब भी इनसे सवाल करो तो यह अपनी जिम्मेदारियों से भागते हुए हर बात का आरोप दिल्ली सरकार के ऊपर लगाने लगते हैं।
दुर्गेश पाठक ने आगे कहा कि मैं भाजपा के नेताओं से कहना चाहता हूं कि जब दिल्ली सरकार को ही सब कुछ चलाना है, हर चीज के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदारी है तो आप एमसीडी को छोड़ दें। दिल्ली सरकार अच्छे तरीके से एमसीडी को चलाकर दिखाएगी। 18 हजार करोड़ रुपये एमसीडी का बजट है लेकिन समझ नहीं आ रहा कि यह पैसा कहां जा रहा है। भाजपा कर्मचारियों और डॉक्टरों का वेतन नहीं दे पा रही है। कोरोना के मरीजों को एमसीडी के अस्पतालों से दूसरे अस्पतालों में स्थानांतरित करना पड़ रहा है। भाजपा ने दिल्ली का बेड़ा गर्क कर दिया है और आने वाले चुनाव में दिल्ली की जनता इन्हें सबक सिखाएगी।