शमशाद रज़ा अंसारी
ग़ाज़ियाबाद से समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष राशिद मलिक के विरोध में स्वर फूटने लगे हैं। पार्टी के कार्यकर्ता राशिद मलिक की कार्यप्रणाली से नाखुश होकर पार्टी कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गये। विरोधी कार्यकर्ताओं ने राशिद मलिक पर कार्यकारिणी के गठन में पुराने कार्यकर्ताओं को अनदेखा करने तथा जातिगत आधार पर भेदभाव का आरोप लगाया है। बाग़ी कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष को हटाने की माँग की है।
सपा जिलाध्यक्ष राशिद मलिक ने धरना देने वाले कार्यकर्ताओं पर अनुशानहीनता की कार्यवाई होने की बात कही है। सोमवार 15 जून को सपा जिलाध्यक्ष राशिद मलिक ने जिला कार्यकारिणी गठित की थी। जिसमें अधिकतर सदस्य महानगर क्षेत्र के थे। इसी को मुद्दा बना कर सपा कार्यकर्ता शुक्रवार सुबह पार्टी के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गये।
धरने पर बैठे सपा कार्यकर्ता सौदान सिंह ने कहा कि राशिद मलिक ने कार्यकारिणी का गठन करने में पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है। उन्हें सम्मान नही दिया गया। ताहिर खान 22 साल से पार्टी को अपनी सेवाएं दे रहे हैं, रामपाल राजौरा 1994 से पार्टी में हैं। इन्हें कोई सम्मान नही दिया गया। पार्टी में कोई जगह नही दी गयी। राशिद मलिक पर जातिगत भेदभाव का आरोप लगाते हुये सौदान सिंह ने कहा कि ठाकुर, त्यागी और खटीक बिरादरी में से किसी को सदस्य नही बनाया गया। राशिद मलिक ने पार्टी को तोड़ने का काम किया है जोड़ने का नही। सौदान सिंह ने जिलाध्यक्ष को हटाने की मांग करते हुये कहा कि राशिद मलिक को जिलाध्यक्ष पद से हटाना चाहिए। जिलाध्यक्ष देहात क्षेत्र का होना चाहिए,इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी। राशिद मलिक ने 51 लोगों की जो कमेटी बनाई है जिसमें 42 लोग महानगर के हैं।
सौदान सिंह ने राशिद मलिक पर बदसलूकी का आरोप लगाते हुये कहा कि इनकी मीटिंग में बात नही करने दी जाती। कोई बोलता है तो उससे कहते हैं “ओए” इधर बैठो तुम। सौदान सिंह ने कहा कि हम सम्मान के लिए राजनीति करते हैं। जिलाध्यक्ष की तानाशाही नही चलेगी।
उधर सपा जिलाध्यक्ष राशिद मलिक ने कहा कि मैं पार्टी का कर्मठ एवं जुझारू कार्यकर्ता हूँ। 18 साल से पार्टी को अपनी सेवाएं दे रहा हूँ। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुझे ज़िम्मेदारी दी है तथा पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने मेरा स्वागत किया है। धरना दे रहे लोगों का कोई जनाधार नही है। यह लोग पार्टी संगठन में उपाध्यक्ष/ महासचिव पद चाहते हैं जिसके यह योग्य नही हैं। हमने हाईकामन को अवगत करा दिया है,इनके विरुद्ध अनुशासनहीनता की कार्यवाई की जायेगी। धरने पर बैठने वाले लोगों में कृष्ण कुमार यादव, सौदान सिंह गुर्जर, रामपाल राजौरा और ताहिर हुसैन आदि शामिल रहे।