हिमांशू कुमार प्रकृति ने जो हर इंसान को अधिकार दिए हैं वही संविधान और कानून में मानव अधिकारों के रूप में ले लिए गए हैं. प्रकृति ने हर इंसान को क्या अधिकार दिया है. ध्यान दीजिए हर इंसान का पहला अधिकार है जिंदा रहने का…
मुकुल सरल केंद्र सरकार, 8 दिसंबर के भारत बंद को लेकर ज़रा भी चिंतित नहीं दिख रही है, किसानों को मनाने की कोई कोशिश नहीं कर रही है, बल्कि जब कल किसानों ने कहा कि 9 दिसंबर को बात करेंगे तो मंत्रियों ने मान लिया…
वसीम अकरम त्यागी बिहार में चुनाव चल रहा था, इसी दौरान हैदराबाद में बाढ़ आ गई। AIMIM सुप्रीमो चुनाव प्रचार छोड़कर वापस हैदराबाद लौटे और दिन रात की परवाह किये बग़ैर वे बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचे, उनकी हर संभव मदद की, निश्चित तौर से…
नई दिल्ली : पीएम मोदी की लोकप्रियता नोटबंदी, जीएसटी, आर्थिक मंदी और कोरोना में भी घटती नहीं दिखी थी उनके साथ अब अचानक ऐसा क्या हो गया कि पीएम के ‘मन की बात’ कार्यक्रम को यूट्यूब पर पसंद करने वालों से कई गुना ज़्यादा लोगों…
रवीश कुमार रोज़ इस संकट से गुजर रहा हूँ। प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों के मैसेज अब पढ़े नहीं जाते हैं। न जाने कितने लाख शिक्षक चार महीने से वेतन का इंतज़ार कर रहे हैं। उनका पत्र पढ़ा नहीं जा रहा है। कोई दस हज़ार कमाने…
पुलिस की दो दर्जन से ज्यादा टीमें 48 घंटों में 100 से ज्यादा जगह छापेमारी कर चुकी हैं लेकिन 8 पुलिसकर्मियों की ह’त्या करने वाला आतंकी विकास दुबे पुलिस की पहुंच से अभी भी दूर है। सफलता के नाम पुलिस के पास विकास दुबे का…
बसपा के लोकसभा संसाद कुंवर दानिश अली ने लद्दाख के गलवान घाटी पर हुई भारत चीन की हिंसक झड़प पर दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया- “गलवान घाटी में हमारे बहादुर अधिकारी और 2 सैनिकों की हत्या पर हैरान और दुखी हूँ। एलएसी पर हिंसक…
दिल्ली दंगों की आरोपी बनाई गयी इशरत जहां का शुक्रवार 12 जून को फरहान हाशमी से निकाह हुआ। आपको बता दें कि इशरत जहां कांग्रेस की पूर्व निगम पार्षद रह चुकी हैं।और नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली हिंसा मामले में तिहाड़ जेल में बंद थी इशरत जहां को…
हंगामा म्युज़िक ने एल्बम “शरारत के वो दिन” लांच किया है. जो सभी OTT प्लेटफॉर्म्स जैसे (jio savan, airtel wynk music, gana.com, amazon music, spotify, hungama.com) आदि पर उपलब्ध हैं, जिसमें दो बेहद खूबसूरत गाने हैं- “शरारत के वो दिन” और “दिलकश” इन दोनों गाने…
जितेंद्र चौधरी शकील जमाली का एक शेर वर्तमान हालात पर बिल्कुल मुफ़ीद बैठता है; तबाह कर दिया अहबाब को सियासत ने।मगर मकान से झंडा नहीं उतरता है। किसी देश को महान बनने के लिए उसके नागरिकों का प्रगतिशील होना बहुत जरूरी है। आडंबर, पाखंड और…