नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारतीय टीम के स्पिनर्स संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं, चहल, कुलदीप और जडेजा को विकेट हासिल करने में परेशानी हो रही है.

ODI सीरीज में कोहली की अगुवाई वाली टीम को हार का सामना करना पड़ा, इसकी एक बड़ी वजह गेंदबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन भी रहा.

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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रभाव बनाने के लिए संघर्ष कर रहे स्पिनरों की असफलता के पीछे का कारण बताते हुए किरण मोरे ने स्टंप के पीछे धोनी की उपस्थिति को याद किया.

धोनी ने इसी साल अगस्त में क्रिकेट को अलविदा कह दिया, धोनी हमेशा स्टम्प्स के पीछे से स्पिनरों का मार्गदर्शन करते थे, वह बल्लेबाज को लेकर गेंदबाज को लगातार सलाह देते रहते थे कि किस तरह की गेंद डालनी चाहिए.

धोनी के विकेट के पीछे रहने से स्पिनरों को काफी मदद भी मिलती थी, चहल और कुलदीप अपने कई इंटरव्यूज में धोनी की इस मदद का खुलासा कर चुके हैं.

किरण मोरे ने कहा, ”धोनी के समय में, वह लगातार गेंदबाजों को सलाह दे रहे थे कि किस गेंद पर गेंदबाजी करें या किस लाइन पर और वह भी ज्यादातर हिंदी में.

अब धोनी वहां विकेट के पीछे नहीं हैं, ऐसे में भारतीय स्पिनर्स संघर्ष कर रहे हैं, आप देख सकते हैं कि कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा भी अब वो गेंदबाज नहीं रहे.”

उन्होंने आगे कहा, ”उन्होंने 10-12 साल तक यह किया है, ताकि कोहली डीप में खड़े हो सके, लेकिन अब कोहली को गेंदबाजों से बात करने के लिए शॉर्ट एक्स्ट्रा कवर या मिड ऑफ पर खड़ा होना होगा.”

बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ODI सीरीज में चहल, जडेजा और कुलदीप की ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने जमकर धुनाई की, एक मैच खेलने वाले कुलदीप सिर्फ एक विकेट ले पाए, वहीं, जडेजा ने तीनों मैच खेले.

जडेजा ने 180 रन दिए और सिर्फ एक विकेट झटका, युजवेंद्र ने दो वनडे मैच खेले और 160 रन दिए, तीसरे वनडे में ड्रॉप होने से पहले चहल को सिर्फ एक विकेट मिला.

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